Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 – केंद्र और राज्य सरकारों के द्वारा देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) को शुरू किया गया है | राजस्थान सरकार ने भारत सरकार साथ मिल कर पीकेवीवाई को 2018 – 19 को शुरू किया गया है | किसान पीकेवीवाई के लिए Online आवेदन कर सकते है |
परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) के तहत किसानों को 1,000/- से 15,000/- तक सहायता दी जाएगी | केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार दोनों 60:40 अनुपात में यह सहायता मिलेगी | किसानों को उनकी कृषि भूमि के अनुसार सरकार अनुदान देगी | कृषि में रसायनिक उर्वरको, खरपतवार नाशको तथा कीटनाशकों का उपयोग रोकने के लिए परम्परागत कृषि विकास योजना के साथ मिल कर देश में जैविक खेती को बढ़ावा देना है | ताकि कृषि भूमि का सही उपयोग हो सके |
परम्परागत कृषि विकास योजना क्या है ?
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के साथ मिल कर कृषि विभाग में 2018 – 19 में परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) को लागू किया है | इस योजना के तहत खेती में रसायनिक उर्वरको, खरपतवार नाशको तथा कीटनाशकों के अधिक उपयोग होने कारण कृषि भूमि में अयोग्य हो रही है | इन हानिकारक तत्वों को रखने के लिए सरकार ने परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) के तहत जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है |
परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) का उद्धेश्य कृषि में परम्परागत तथा आधुनिक विज्ञान को मिला कर देश में जैविक खेती के तहत नया मॉडल विकसित करना है | कृषि में बिना हानिकारक तत्वों को उपयोग करके जैविक तकनीकी के तहत भूमि की उर्वकता को बढ़ाना | परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) के तहत किसानों को उनकी कृषि भूमि के तहत सरकार वित्तीय सहायता देगी | इस योजना के लिए किसान Online आवेदन कर सके है |
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 अवलोकन
योजना का नाम | परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) |
विभाग | कृषि विभाग |
लागू वर्ष | 2018 – 19 |
उद्देश्य | जैविक खेती को बढ़ावा देना |
लाभार्थी | किसान |
सहायता | 1000/- से 15,000/- |
आवेदन | Online / Offline |
Official Website | https://rajkisan.rajasthan.gov.in/ |
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परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) का उद्देश्य
Paramparagat Krishi Vikas Yojana (PKVY) को लागू करने का मुख्य उद्देश्य ह, देश में जैविक खेती को बढ़ावा देना | वर्तमान में कृषि विभिन्न प्रकार के कीटनाशक का उपयोग होता है इस लिए परंपरागत और आधुनिक उपकरणों को मिल कर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है | जो कृषि भूमि है वे इन हानिकारक तत्वों के करण बंजर में बदल रही है, इस प्रकार इन कृषि भूमि को अधिक से अधिक खेती के लिए उपयोगी बनाने के लिए PKVY को लागू किया है |
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 महत्वपूर्ण जानकारी
- परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) में केंद्र और राज्य सरकार का 60:40 अनुपात होगा |
- सरकार ने 2021 में 150.10 करोड़ खर्च करने का लक्ष्य रखा था |
- पीकेवीवाई में कलक्टर आधारित 20 हैक्टेयर भूमि होनी चाहिए | इसमें 10 से 50 किसान हो सकते है |
- पीकेवीवाई के लिए आवेदन करंने वाले किसानों को चयन संबधित जिले के उप निदेशक कृषि (वि0) जिला परिषद के द्वारा किया जाएगा |
- परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) के तहत आवेदन करने वाले किसानों को 1000/- से 10,000/- तक वित्तीय सहायता दी जाएगी |
परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) के तहत वित्तीय सहायता
गतिविधि | प्रथम वर्ष (प्रति हेक्टेयर) | द्वितीय वर्ष (प्रति हेक्टेयर) | तृतीय वर्ष (प्रति हेक्टेयर) |
भूमि का जैविक परिवर्तन | 1500/- | 1500/- | 1500/- |
फसल पद्धति एवं जैविक बीज हेतु सहायता | 1500/- | 1500/- | 1500/- |
परंपरागत जैविक आदान उत्पादन ईकाई की स्थापना | 1000/- | 1000/- | 1000/- |
ढेंचा/ सनई प्रयोग हेतु सहायता | 1000/- | 1000/- | 1000/- |
फॉस्फेट युक्त जैविक खाद का प्रयोग | 1000/- | 1000/- | 1000/- |
वानस्पतिक काढ़ा इकाई की स्थापना | — | 1000/- | — |
वर्मी कम्पोस्टिंग की सामग्री तथा गाय / भैंस का ताजा गोबर | — | 3,000/- | 3,000/- |
परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) की पात्रता –
- कलस्टर का चयन संबधित जिले के क्षेत्रिय सहायक कृषि अधिकारी/कृषि पर्यवेक्षक द्वारा किया जाता है।
- कलस्टर में परम्परागत तथा उद्यानिकी फसलें लेने वाले किसानों को शामिल किया जाएगा |
- जैविक खेती करने के लिए एक ही गाँव के या नजदीक गाँव के हो सकते है |
- प्रत्येक किसान को न्यूनतम 0.4 हैक्टेयर से अधिकतम 2 हैक्टेयर जैविक क्षैत्र की कृषि भूमि पर सहायता दी जाएगी |
- किसान का स्वयं का कृषि योग्य भूमि का स्वामित्व होना चाहिए | लेकिन परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) के लिए गैर खातेदार किसान भी योजना का लाभ उठा सकते है |
- देश के लघु /सीमान्त /महिला किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी |
- अनुसूचित जाति जनजाति बाहुल्य गांवों में अलग से किसानों का समूह बनाया जाएगा |
- देश में बारानी और जनजाति क्षेत्र मे रसायनों को कम उपयोग करने वाले किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी |
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 Documents
- जमाबंदी |
- आधार कार्ड |
- बैंक डायरी |मोबाईल नंबर |
- फोटो |
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 Offline आवेदन प्रक्रिया
जो किसान परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) की योग्यता को रखते है और यह इस योजना के तहत जैविक खेती के लिए लाभ उठान चाहते है उनको Offline आवेदन करना है | यह आवेदन संबधित जिले के सहायक कृषि अधिकारी/कृषि पर्यवेक्षक कार्यालय में जा कर आवेदन कर सकते है | जो Documents मांगे गए है उनकी Copy साथ मे लगानी है | इन किसानों का इस योजना के लिए चयन जिले के संबंधित उप निदेशक कृषि (वि0) जिला परिषद के द्वारा किया जाएगा |
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परम्परागत कृषि विकास योजना से संबधित प्रश्न
परम्परागत कृषि विकास योजना क्या है ?
परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) तहत कितनी सहायता मिलेगी ?
परम्परागत कृषि विकास योजना के लिए कैसे आवेदन करे ?